विभाग के बारे में परिचय - अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, दिल्ली
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विभाग के बारे में परिचय

कौमारभृत्य विभाग एक नैदानिक विभाग है जो तीन प्रमुख डोमेन यथा अस्पताल, अकादमिक और अनुसंधान कार्यकलापों के अन्तर्गत अपनी सेवाएं प्रदान करता है। इनके अलावा, विभाग सभी संस्थागत विस्तार कार्यकलापों जैसे कि चिकित्सा शिविर और पाठ्यचर्या और सह-पाठ्यक्रम कार्यकलापों में भी सक्रिय रूप से लगा हुआ है। अकादमिक ब्लॉक के चतुर्थ तल पर कौमारभृत्य विभाग स्थित है जिसमें 7 कमरे और एक प्रयोगशाला (संकाय के लिए 4 कमरे, एक कार्यालय कक्ष, एक सेमीनार सह व्याख्यान कक्ष और अनुसंधान स्कालरों के लिए एक कमरा) है। विभाग में 200 से अधिक पुस्तकों वाला एक संदर्भ पुस्तकालय है। स्कालरों के नैदानिक प्रशिक्षण के लिए, विभाग में ओपीडी की सुविधा, बाल चिकित्सा पंचकर्म सुविधा, अस्पताल में आवंटित बिस्तर और एनआईसीयू की सुविधा है।

विभागीय दृग्विषय:

कौमारभृत्य विषय में शिक्षण, प्रशिक्षण और अनुसंधान में वैश्विक मान्यता वाले अत्याधुनिक संस्थान के रूप में विभाग का विकास करना ।

विभागीय मिशन:

कौमारभृत्य (आयुर्वेद बाल रोग) विषय में अत्याधुनिक शिक्षण-अधिगम, अनुसंधान और शिशुदेखभाल उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करना

उद्देश्य:

  • आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की कौमारभृत्य-बालरोग स्पेशलिटी के तहत स्नातकोतर/डॉक्टरल और पोस्ट डॉक्टरल शिक्षण, अनुसंधान सुविधाएं और गुणवतापूर्ण रोगी देखभाल सेवाएं प्रदान करना।
  • शिक्षा, अनुसंधान, रोगी देखभाल के उच्चतम मानक स्थापित करने के लिए एक रेफरल अस्पताल और “उत्कृष्टता केंद्र” के रूप में कार्य करना और आयुर्वेद के कौमारभृत्य- बालरोग विषय में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक नमूना केंद्र के रूप में भी कार्य करना ।
  • आयुर्वेद की ताकत, प्रभावकारिता और लोकप्रियता दिखाने के लिए एक आदर्श संस्थान के रूप में कार्य करना। संस्थान का उपयोग भारत और विदेशों में आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
  • कौमारभृत्य- बालरोग स्पेशलिटी में अंतःविषय स्नातकोतर डॉक्टरल और पोस्ट-डॉक्टरल शिक्षण, प्रशिक्षण और अनुसंधान प्रदान करना

कौमारभृत्य बालरोग विषय में स्नातकोतर/डॉक्टरल और पोस्ट-डॉक्टरल आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा में शिक्षण के मॉडल शिक्षण उपकरण, प्रदर्शन मॉड्यूल विकसित करना ताकि आयुर्वेदिक संस्थानों में उपयोग के लिए शिक्षा के उच्च मानकों का प्रदर्शन किया जा सके