अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (अभाआसं) एक नया उभरता हुआ संस्थान है, जिसकी परिकल्पना आयुर्वेद के शीर्षस्थ संस्थान के रूप में की गई है। एक नवजात शिशु की तरह ही, संस्थान का अत्यधिक सावधानीपूर्वक एक ऐसे तरीके से विकास करने की आवश्यकता हैं ताकि यह उस आश्यकता को पूरा कर सके जिसके लिए इसकी परिकल्पना की गयी हैं। यह देश का एक अनूठा संस्थान है जिसके पास आधुनिक तकनीक के साथ प्राचीन ज्ञान का सही मिश्रण है। अभी हाल ही में हमने नवनिर्मित अस्पताल और अकादमिक एवं अनुसंधान ब्लॉकों से अपनी गतिविधियां शुरू की हैं।
हम अपने अस्पताल के माध्यम से अतुलनीय आयुर्वेद उपचार सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विभिन्न अनुसंधान प्रयोगशालाएं और तकनीकी विशेषज्ञ इस संस्थान को आयुर्वेद साक्ष्य आधारित बनाने के लिए मूलभूत, औषधि और नैदानिक अनुसंधान का केंद्र बनाने के लिए अपना उत्तम प्रयास कर रहे हैं। आयुर्वेद दवाओं और उपचार की रुपात्मकताओं का मानकीकरण और सत्यापन हमारे शीर्ष एजेंडा में है।
मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि अभाआसं की टीम लगातार नयी जानकारी, कौशल प्राप्त करने और वैश्विक मांग के साथ तालमेल रखने के लिए स्वयं को प्रोन्नत करने के लिए कड़ी मेहनत करती है। अपनी स्थापना के बाद से , संस्थान संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और दुनिया के अन्य भागों के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा संस्थानों और विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
अभाआसं को आयुर्वेद का वैश्विक नेता बनाने के लिए आपके बहुमूल्य सुझाव प्राप्त करना मेरे लिए प्रसन्नता की बात होगी।