प्रस्तावना
प्रस्तावना:
स्त्री रोग एवं प्रसूति
तंत्र आयुर्वेद की वह शाखा है जो स्त्री रोग (गायनोकोलाजिकल डिसआर्डर) और प्रसूति
(आब्सटेट्रिक्स) से सम्बंधित है।
उद्देश्य:
- यह एक
शाखा है जो एक महिला के जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में उसके शारीरिक और मानसिक
स्वास्थ्य के रखरखाव की संकल्पना के साथ उत्पन्न होती है।
- स्वस्थ
माँ से स्वस्थ संतान की प्राप्ति।
- जननांग पथ के स्वास्थ्य
को बनाए रखना, जननांग को सुदृढ करना
ताकि जननांग पथ के रोगों से बचा जा सके।
•
जननांग पथ के रोगों को उचित आहार से ठीक करना।
विभागीय दृग्विषय:
- स्त्री
रोग और प्रसूति तंत्र विभाग का उसकी इष्टतम क्षमता तक विकसित करना।
- स्त्री रोग और प्रसूति संबंधी मामलों से निपटने के लिए इसे एक सर्वोत्तम
एकीकृत केंद्र के रूप में स्थापित करना।