स्त्री रोग एवं प्रसूति तंत्र विभाग ने 24 से 29 फरवरी 2020 तक (आयुर्वेद मॉड्यूल 1 और 2 के लिए) 6 दिवसीय सीएमई का आयोजन किया, जिसमें पूरे भारत से 31 शिक्षकों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम आरएवी, आयुष मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया गया था। उद्घाटन कार्यक्रम मुख्य अतिथि डॉ. शशिरंजन विद्यार्थी (शिक्षा अधिकारी, आयुष मंत्रालय) और एआईआईए के माननीय निदेशक, प्रोफेसर तनुजा नेसरी महोदया के आगमन के साथ शुरू हुआ।
सीएमई विशेषज्ञ देश के विभिन्न भागों से थे और उन्होंने ऑपरेटिव से लेकर कोल्पोस्कोपी जांच तक विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए।डॉ. ममता स्वैन (व्याख्याता, पीटीएसआर विभाग, पुरी), डॉ. राधिका (विभागाध्यक्ष, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग) गुरु तेग बहादुर अस्पताल, नई दिल्ली द्वारा व्याख्यान दिए गए। डॉ. प्रिया शुक्ला और डॉ. रुचि टंडन ने डायग्नोस्टिक और चिकित्सीय लैप्रो हिस्टेरोस्कोपी विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ. बी.आर.के.आर.जी.ए.सी. अस्पताल, हैदराबाद में प्रिंसीपल प्रोफेसर (डॉ.) चिलुवेरु रविंदर द्वारा भी व्याख्यान दिया गया। डॉ. लक्ष्मीप्रिया देई, आईपीजीटी एवं आरए, जामनगर में पीटीएसआर विभाग की एचओडी द्वारा व्याख्यान दिए गए। वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल से प्रोफेसर (डॉ.) उपमा सक्सेना।गर्भावस्था के दौरान एनीमिया एवं पीलिया विषय पर डॉ. ईना शर्मा. डॉ. प्रेमराज खैरनार. डॉ. विशाला श्रीनिवासतुरलापति, प्रोफेसर एवं एचओडी, यशवन्त आयुर्वेदिक कॉलेज, पीजीटीआरसी, कडोली, कोल्हापुर, डॉ. भारती कुमारमंगलम, एचओडी, पीटीएसआर विभाग, एनआईए। डॉ. सुनीता सुमन, एचओडी प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग, आईएमएस बीएचयू।प्रसूति आपातकाल और कोल्पोस्कोपी आदि के प्रबंधन पर व्यावहारिक प्रदर्शन सत्र की भी योजना बनाई गई थी।
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